इस पोस्ट में हमने बताया है किसी संधारित्र की धारिता क्या होती है ( Capacitance in Hindi ) साथ ही इस आर्टिकल में आप पढ़ेंगे किसी संधारित्र की धारिता को प्रभावित करने वाले कारक कौन कौन से है |
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Capacitance In Hindi
कैपेसिटेन्स विद्युत् आवेश एकत्रित करने की क्षमता को कहा जाता है , यह दो चालक प्लेटों को किसी अचालक पदार्थ से अलग करने से प्राप्त होता है | इन चालक प्लेटों में ही विद्युत् आवेश एकत्रित होता है | और जिस युक्ति में यह क्रिया होती है उसे कैपेसिटर कहा जाता है |
किसी संधारित्र की Capacitance को प्रभावित करने के लिए निम्न लिखित चार कारक होते है
- 1 प्लेंटों का क्षेत्रफल
- 2 प्लेंटों के बीच की दुरी
- 3 प्लेंटों के बीच परावैद्युत माध्यम का प्रकार
- 4 तापमान
1. प्लेटों का क्षेत्रफल - कैपेसिटर की कैपिसिटी प्लेटों के क्षेत्रफल के समानुपाती होती है अर्थात जब प्लेटों का क्षेत्रफल बढाया जाता है तो कैपेसिटर की धारिता का मान भी बढता जाता हे |
4 तापमान - कैपेसिटर की धारिता तापमान के व्युत्क्रमानुपाती होती है । जैसा की हम जानते है की तापमान बढने से प्रतिरोधों का प्रतिरोध घटता है तो ठीक इसी प्रकार विद्युतशिलता भी घटती है और विद्युत शिलता घटने से धारिता भी घटती है ।
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Conclusion :-
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