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कैपेसिटर की धारिता क्या है | Capacitance In Hindi

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Capacitance In Hindi – इस आर्टिकल में हमने बताया है किसी संधारित्र की धारिता क्या होती है ( what is Capacitance in Hindi ) साथ ही इस आर्टिकल में आप पढ़ेंगे किसी संधारित्र की धारिता को प्रभावित करने वाले कारक कौन कौन से है |  

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Capacitance In Hindi

धारिता क्या है | Capacitance In Hindi

कैपेसिटेन्स विद्युत् आवेश एकत्रित करने की क्षमता को कहा जाता है , यह दो चालक प्लेटों को किसी अचालक पदार्थ से अलग करने से प्राप्त होता है |

इन चालक प्लेटों में ही विद्युत् आवेश एकत्रित होता है | और जिस युक्ति में यह क्रिया होती है उसे कैपेसिटर ( Capacitor ) कहा जाता है |  

वहीं capacitance को हम दुसरे शब्दों में समझे तो “किसी चालक को दिए जाने वाले आवेश तथा उस चालक के विभव में होने वाली वृद्धि के अनुपात को हम उस चालक की धारिता ( capacitance ) कहेंगे |

मान लीजिये की चालक को दिया गया आवेश q है और विभव में होने वाली अधिकता या वृद्धि V है तो –

q ∝ V

q = CV

C = q/V

यहाँ पर C एक नियतांक है | और इसी नियतांक को हम चालक की विद्युत् धारिता कहेंगे |

धारिता ( capacitance ) का मात्रक कूलाम / वोल्ट होता है | इसे हम फैरड भी कहते है |

यह भी पढ़ें

धारिता के मात्रक

मात्रक फैरड में मान
1 माइक्रो फैरड 10-6 फैरड
1 पिको फैरड 10-12 फैरड
1 माइक्रो माइक्रो फैरड 10-12 फैरड
unit of capacitance

इन्हें भी पढ़िए

चालक की धारिता को प्रभावित करने वाले कारक कौन कौन से हैं?

किसी संधारित्र की धारिता Capacitance को प्रभावित करने के लिए निम्न लिखित चार कारक होते है 

  • 1 प्लेंटों का क्षेत्रफल
  • 2 प्लेंटों के बीच की दुरी 
  • 3 प्लेंटों के बीच परावैद्युत माध्यम का प्रकार 
  • 4 तापमान
capacitance in hindi
capacitance in hindi

1. प्लेटों का क्षेत्रफल – कैपेसिटर की कैपिसिटी प्लेटों के क्षेत्रफल के समानुपाती होती है अर्थात जब प्लेटों का क्षेत्रफल बढाया जाता है तो कैपेसिटर की धारिता का मान भी बढता जाता हे |

2. प्लेटों के बिच की दुरी – संधारित्र की धारिता प्लाटों के बिच की दुरी के वर्ग के व्युत्कामानुपति होती है अर्थात जब प्लेटों के बिच स्पेस बढाया जाता है तो कैपेसीटर की धारिता कम होती जाती है |

3 प्लेटो के बीच परावैद्युत माध्यम का प्रकार –  संधारित्र की प्लेटो के बीच इन्सुलेटिंग पदार्थ भरा जाता है । अलग अलग प्रकार के इन्सुलेटिंग पदार्थ का प्रयोग का कैपेसिटर से अलग अलग धारिता प्राप्त की जा सकती है ।

4 तापमान – कैपेसिटर की धारिता तापमान के व्युत्क्रमानुपाती होती है । जैसा की हम जानते है की तापमान बढने से प्रतिरोधों का प्रतिरोध घटता है तो ठीक इसी प्रकार विद्युतशिलता भी घटती है और विद्युत शिलता घटने से धारिता भी घटती है । 

याद रखने योग्य

धारिता किसे कहते है ?

आवेश एकत्रित करने की क्षमता को धारिता कहते है |

संधारित्र की धारिता का मात्रक क्या है ?

धारिता का मात्रक या इकाई कुलाम/वोल्ट होता है जिसे फैरड भी कहा जाता है |

धारिता का मान किन किन कारको पर निर्भर करता है ?

धारिता का मान मुख्य रूप से चार कारको पर निर्भर करता है – प्लेटों का क्षेत्रफल , प्लेटों के बिच की दुरी , प्लेटो के बिच पराविद्युत माध्यम का प्रकार , तापमान

फैरड किसका मात्रक है?

फैरड धारिता का मात्रक होता है |

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