Full Wave Rectifier किसे कहते है ? कैसे बनाये ?

Full Wave Rectifier – बैटरी चार्जिंग , इलेक्ट्रोप्लाटिंग, पोल चार्जिंग तथा स्थायी चुम्बकीय क्षेत्र जैसे कार्यो में हमें डीसी की पूर्ण तरंग रेक्टिफायर की आवश्यकता होता है  | यदि आप नही जानते की Full Wave Rectifier in Hindi पूर्ण तरंग दिष्टकारी किसे कहते है और इसको कैसे बनाया जाता है तथा इसका सर्किट डायग्राम कैसे बनता है | तो यह आर्टिकल आप पूरा पढ़ें यहाँ आपको full wave rectifier के सभी सवालों का जवाब मिलने वाला है |

full wave rectifier in hindi
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Full Wave Rectifier क्या है

यहाँ यदि आप इसका हिंदी अनुवाद समझें तो full wave का मतलब होता है पूर्ण तरंग और Rectifier को हिंदी में कहेंगे दिष्टकारी |

full wave rectifier ऐसा इलेक्ट्रॉनिक परिपथ होता है जिसका उपयोग AC सप्लाई से प्राप्त तरंग को DC सप्लाई की पूर्ण तरंग में बदलने के लिए किया जाता है |

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Full Wave Rectifier Circuit कैसे बनाये

अब हम full wave rectifier circuit diagram बनाना सीखेंगे | रेक्टिफायर बनाने से पहले इस रेक्टिफायर में उपयोग आने वाली सभी सामग्री के बारे में जानते है की इसमें किन किन सामग्री की आवश्यकता होगी |

एक full wave rectifier में एक स्टेप डाउन सेन्टर टैब ट्रांसफार्मर , दो PN संधि डायोड 1N4007 तथा एक फिल्टर के लिए इलेक्ट्रोल्य्टिक कैपसिटर की आवश्यकता होगी |

full wave rectifier
full wave rectifier

निचे हम एक Full Wave Rectifier circuit Diagram बनायें है | तथा इस रेक्टिफायर को बनाने की विधि को निचे  पूरी तरह से वर्णन भी किये है | जिसके पढ़कर भी आप आसानी से एक full wave rectifier को बना सकते है |

Full Wave Rectifier in hindi
Full Wave Rectifier in hindi
 

पूर्ण तरंग दिष्टकारी बनाने की कार्यविधि

1 . सबसे पहले एक सेन्टर टैब ट्रांसफार्मर की प्राइमरी और सेकेंडरी की पहचान करें | इस ट्रांसफार्मर में जिस साइड पर सेन्टर टैब होती है बोले तो तीन तार होती है वह साइड सेकेंडरी होती है |

2. अब ट्रांसफार्मर की पहली तथा तीसरी वायर कहे तो ऊपर वाली और सबसे निचे वाली वायर के साथ एक – एक PN जंक्शन डायोड को फॉरवर्ड बायस अवस्था में जोड़े |

3 . इसके पश्चात दोनों डायोड के बचे हुए एक – एक सिरे को आपस में जॉइंट करे |

4 . अब डायोड के जॉइंट किये हुए सिरे तथा ट्रांसफार्मर के बचे हुए दुसरे तार के बिच कैपेसिटर को जोड़े |

ध्यान दे – कैपेसिटर की बड़ी लीड जो की पॉजिटिव होती है को जॉइंट किये हुए डायोड सिरे के साथ तथा कैपसिटर के दुसरे लीड को ट्रांसफार्मर के बचे हुए वायर के साथ कनेक्ट करें |

5 . कैपेसिटर के दोनों सिरों से हमे डीसी सप्लाई प्राप्त होगी |

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Full Wave Rectifier IMP Questions Answers

प्रश्न 1. फुल वेव रेक्टीफायर क्या है?

उत्तर-: पूरी डी. सी. आउटपुट फुल वेव प्राप्त होती है।

प्रश्न 2. फुल वेव रेक्टीफायर कितने प्रकार के होते हैं?

उत्तर-: फुल वेव रेक्टीफायर दो प्रकार के होते हैं।

प्रश्न 3. फुल वेव रेक्टीफायर के दो प्रकार के नाम बताईये?

उत्तर-: 1. सेंटर टैप्ड रेक्टीफायर 2. ब्रीज रेक्टीफायर।

प्रश्न 4. सेंटर टैप्ड रेक्टीफायर में क्या प्रयोग किया जाता है?

उत्तर-: दो डायोडस् और एक मेन ट्रांसफॉर्मर प्रयोग किया जाता है।

प्रश्न 5. सेंटर टैप्ड रेक्टीफायर में किस प्रकार का ट्रांसफॉर्मर प्रयोग किया जाता है?

उत्तर-: जिस ट्रांसफॉर्मर की द्वितीयक वाईन्डिंग के मध्य से एक सिरा निकला गया हों।

प्रश्न 6. सेंटर टैप्ड रेक्टीफायर का क्या काम होता है?

उत्तर-: डी. सी. आउटपुट प्रदान करने का काम करता हैं।

प्रश्न 7. फुल वेव रेक्टीफायर किसे कहते हैं?

उत्तर-: डी सी आउट पुट को प्राप्त किया जाता है।

प्रश्न 8. ब्रीज रेक्टीफायर में कितने डायोड प्रयोग किये जाते हैं?

उत्तर-: ब्रीज रेक्टीफायर में चार दयोड्स प्रयोग किये जाते हैं।

प्रश्न 9. ब्रीज रेक्टीफायर में सेंटर टैप्ड ट्रांसफॉर्मर की आवश्यकता होती है?

उत्तर-: ब्रीज रेक्टीफायर में सेंटर टैप्ड ट्रांसफॉर्मर की आवश्यकता नही होती है।

प्रश्न 10.ब्रीज रेक्टीफायर का आकर और मूल्य कैसा होता है?

उत्तर-: ब्रीज रेक्टीफायर का आकर छोटा और मूल्य ही कम होता हैं।

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Final Word –तो इस आर्टिकल में आपने पढ़ा Full Wave Rectifier पूर्ण तरंग दिष्टकारी किसे कहते है | उम्मीद करते है यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा | हमारे नये अपडेट की जानकारी के लिए हमे सोशल मीडिया पर फॉलो करें |

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